आज पृथ्वी की कक्षा से अलग होगा यान
अब लंबे सफर पर निकलेगा मंगलयान
बंगलूरू। लाल ग्रह की गुत्थियों को सुलझाने के लिए एक बेहद लंबे सफर पर निकले मंगलयान की परीक्षा की घड़ी नजदीक आ गई है। शनिवार आधी रात के बाद इसको पृथ्वी की कक्षा से निकलकर मंगल के लिए अंतर्ग्रहीय सफर पर निकलना है। इसरो ने मंगलयान के इस 300 दिनों की यात्रा की पूरी तैयारी कर ली है।
मंगलयान को मंगल के सफर पर भेजने के लिए 648 मीटर प्रति सेकेंड के अतिरिक्त वेग की जरूर होगी। इसके लिए यान में लगे 440 न्यूटन के लिक्विड अपोजी मोटर (एलएएम) में रात 12.49 बजे 23 मिनट तक फायर किया जाएगा। इससे धरती की कक्षा में घूमने वाला यह यान इसके प्रभाव वाले घेरे से दूर हो जाएगा। इस तरह लंबी यात्रा पूरी करने के बाद सितंबर 2014 में मंगल की कक्षा में प्रवेश करेगा। मंगल की कक्षा में पहुंचने के बाद लाल ग्रह के गुरुत्वाकर्षण के अनुसार यान की गति को कम करने के लिए इसमें लगे इंजन में एक बार फिर फायर किया जाएगा। मंगलयान परियोजना के निदेशक एम अन्नादुरई ने कहा कि सब कुछ सामान्य है और ठीक चल रहा है। उन्होंने कहा कि मंगलयान को धरती की कक्षा से निकालकर अंतर्ग्रहीय सफर पर भेजना बेहद अहम प्रक्रिया है। पांच नवंबर को पीएसएलवी-सी25 राकेट के जरिए छोड़ा गया मंगलयान अब तक पृथ्वी की अलग-अलग कक्षाओं में चक्कर काटता रहा है।
इसरो के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया के दौरान सटीकता का काफी ख्याल रखना पड़ता है ताकि यान सही प्रक्षेप पथ पर पहुंच सके।
10 माह के सफर के बाद सितंबर 2014 में मंगल की कक्षा में पहुंचेगा मंगलयान
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