सिक्किम
स्वास्थ्य, स्वच्छता और पर्यावरण के मामले में वैश्विक कसौटी पर काफी पिछड़े माने जाने वाले भारत जैसे देश के लिए यह काफी राहत की बात हो सकती है कि सिक्किम स्वच्छता सुविधाओं का शत-प्रतिशत प्रसार करके, ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।
देश के आठ पूर्वोत्तर राज्यों में शामिल हिमालय के पूर्वी भाग में बसा यह राज्य ग्रामीण और शहरी इलाकों के घरों, स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में सफाई के मामले में देश के 28 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों की सूची में अव्वल बना गया है। केंद्रीय पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय की नई रिपोर्ट इसी तथ्य की तसदीक करती है। इस राज्य के बारे में कुछ उल्लेखनीय बातें और भी हैं।
610,577 बाशिंदों (2011 की जनगणना के मुताबिक) के साथ सिक्किम देश की सबसे कम जनसंख्या वाला और क्षेत्रफल में दूसरा सबसे छोटा राज्य है। गंगटोक इसकी राजधानी और सबसे बड़ा शहर भी है। हिमालय स्थित नाथू ला दर्रे को लेकर भी सिक्किम काफी चर्चित रहा है। दरअसल यह दर्रा ऐतिहासिक सिल्क मार्ग का भाग है, जो सिक्किम को चीन के प्रभुत्व वाले तिब्बत के स्वायत्त क्षेत्र से जोड़ता है।
विश्व की तीसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी कंचनजंघा भी सिक्किम और नेपाल की सीमा पर ही स्थित है। सिक्किम के राजनीतिक इतिहास में नया मोड़ तब आया, जब संसद ने 35वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1974 और 36वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1975 को पारित कर सिक्किम को क्रमशः सह-राज्य और फिर देश के 22वें राज्य का दर्जा दिया। दरअसल, 36वें संशोधन के तहत संविधान में एक नया अनुच्छेद 241 (छ) जोड़ा गया है, जिसमें सिक्किम के बारे में विशेष प्रावधानों का उल्लेख है।
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